Help for Gauri to Artificial Limb

गौरी हमे कचरे के ढेर पर मिली,जिसके पीछे का पैर गाड़ी चढ़ने के कारण हड्डी तीन भागों मैं टूट चुकी थी,गौरी जो कि गर्भवती भी थी,किसी कारणवश 1 दिन पहले मृत बच्चे को जन्म दिया,CAW को सूचना मिली और टीम से विनय,आशीष, कृष्णा,आकाश घटनास्थल पर पहुचे,जब टूटे पैर की सडन के कारण घाव की सफाई की शुरुआत हुई तो देखा हड्डी का टुकड़ा बाहर आ चुका था,अब हमें गौरी की जान को बचाने के लिए गौरी का रेस्क्यू कर एक्सीडेंटल जीव आश्रय परिसर मैं लाना पड़ा,हमारे पास सिर्फ गौरी के टूटे पैर को काटना ही एकमात्र विकल्प होंने के कारण हमें कठिन निर्णय लेना पड़ा,अब जब गौरी की सर्जरी कर पैर को अलग किया जा चुका है,अब गौरी के भविष्य को देखते हुए हमें बांधकर रखना पड़ रहा,ताकि घाव जल्द भर सके,ओर कोई दिक्कत न हो,गौरी को पहले अपने बच्चे के खोने का दर्द,अब पैर को खोने का दर्द,लेकिन परिसर मैं गौरी की ममता ने दूसरे बच्चे को अपनाकर दूध पिलाना शुरू किया।अब गौरी बच्चे का दर्द तो धीरे धीरे भूल जाएगी,अब हम गौरी की जिंदगी स्वयं के पैरों पर चलने के लिए आप सभी के सहयोग से ही हम दवाये व आर्टिफीसियल लिंब कर सकते हैं, ताकि गौरी भी स्वयं चल सके न कि बन्ध कर एक जगह जीवन व्यतीत करें,update के लिए फेसबुक पेज charry animal welfare देखे।


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Vinaya Singh
Raebareli

Co-Campaigner: charry animal welfare
Beneficiary: Vinaya Singh

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गौरी हमे कचरे के ढेर पर मिली,जिसके पीछे का पैर गाड़ी चढ़ने के कारण हड्डी तीन भागों मैं टूट चुकी थी,गौरी जो कि गर्भवती भी थी,किसी कारणवश 1 दिन पहले मृत बच्चे को जन्म दिया,CAW को सूचना मिली और टीम से विनय,आशीष, कृष्णा,आकाश ने रेस्क्यू किया।






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